झारखंड में नई सरकार और फ्लाइट दोनों पर धुंध!
रांची। झारखंड में सरकार पर सस्पेंस बना हुआ है। गठबंधन के विधायक हैदराबाद जाने की तैयारी में रांची एयरपोर्ट पहुंच कर चार्टर्ड फ्लाइट में बैठ गए थे लेकिन ऐन मौके पर उनकी फ्लाइट कैंसिल हो गई। विधायकों को ले जाने के लिए एयरपोर्ट पर तैयार चार्टर्ड विमान को एटीसी ने उड़ान भरने की इजाजत नहीं दी। रांची हवाई एयरपोर्ट पर घना कोहरा छाया हुआ है और हवाई अड्डे पर विमानों का परिचालन ठप हो गया है।
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इससे पहले झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) विधायक दल के नेता चंपई सोरेन ने राज्यपाल सी.पी.राधाकृष्णन से बृहस्पतिवार को मुलाकात की और सरकार बनाने के लिए उनके दावे को जल्द से जल्द स्वीकार करने का उनसे आग्रह किया। उन्होंने कहा कि राज्यपाल ने झामुमो के नेतृत्व वाले गठबंधन के एक प्रतिनिधिमंडल को आश्वासन दिया कि वह जल्द ही इस मामले पर निर्णय लेंगे।
हेमंत सोरेन को बुधवार रात यहां धनशोधन मामले में सात घंटे की पूछताछ के बाद प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गिरफ्तार कर लिया था। इससे पहले उन्होंने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद चंपई सोरेन झामुमो विधायक दल के नेता चुने गए थे। चंपई सोरेन ने ‘कहा, ‘‘हम एकजुट हैं। हमारा गठबंधन बहुत मजबूत है; इसे कोई नहीं तोड़ सकता।’’ झामुमो के नेतृत्व वाले गठबंधन द्वारा जारी एक वीडियो में 81 सदस्यीय झारखंड विधानसभा में 43 विधायकों का समर्थन दिखाया गया है।
राज्यपाल से मुलाकात के बाद कांग्रेस विधायक दल के नेता आलमगीर आलम ने कहा, ‘‘यदि राज्यपाल हमें नहीं बुलाते हैं तो हम कल दोपहर में फिर से उनसे मुलाकात का समय मांगेंगे।’’ आलम ने कहा कि बैठक के दौरान उन्होंने इस बात पर चिंता व्यक्त की कि यदि सरकार के गठन पर शीघ्र निर्णय नहीं लिया गया तो विधायकों की खरीद-फरोख्त के लिए कौन जिम्मेदार होगा। चंपई सोरेन के साथ आलम, राष्ट्रीय जनता दल (राजद) विधायक सत्यानंद भोक्ता, भाकपा (माले) एल के विधायक विनोद सिंह और विधायक प्रदीप यादव भी थे।