चंपई सोरेन ने ली सीएम पद की शपथ, 10 दिनों के भीतर करना होगा बहुमत साबित
रांची। झारखंड मुक्ति मोर्चा के वरिष्ठ नेता चंपई सोरेन ने शुक्रवार को राज्य के 12वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। इससे पहले बुधवार देर रात हेमंत सोरेन ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दिया, गुरुवार समाप्त होने से पहले चंपई सोरेन को सरकार बनाने का आमंत्रण मिल गया और शुक्रवार को दिन में ही उनका शपथ ग्रहण भी हो गया।
राज्य की 81 सदस्यों वाली विधानसभा में मौजूदा JMM-RJD-कांग्रेस गठबंधन की विधायक संख्या बहुमत से कुछ ही अधिक है। वैसे तो उनके कुल 47 विधायक हैं लेकिन अभी 43 विधायक ही उनके समर्थन में खड़े नजर आ रहे हैं। ऐसे में यह डर बना हुआ है कि अगर कुछेक विधायकों का भी मन बदला तो उलटफेर हो सकता है।
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मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बावजूद चंपई सोरेन की आगे की राह कठिन है। पहले तो यही देखना होगा कि वह राज्यपाल की ओर से निर्धारित दस दिनों की समय सीमा के अंदर विधानसभा में अपना बहुमत साबित कर दें। पार्टी और परिवार में कथित असंतोष की खबरों के मद्देनजर सबको साथ रखने की यह चुनौती चंपई सोरेन के लिए आसान नहीं होगी।
लोकसभा चुनाव सिर पर आ है। इसलिए नए मुख्यमंत्री को संभलने का मौका नहीं मिलने वाला। भ्रष्टाचार के जिन गंभीर आरोपों के बीच हेमंत सोरेन को पद छोड़ना पड़ा है, उनके साये में ही चंपई सोरेन को चुनावी परीक्षा से गुजरना होगा। हालांकि वह एक अनुभवी नेता हैं और झारखंड आंदोलन में भी अहम भूमिका निभा चुके हैं, लेकिन चौतरफा संकट के इस दौर में पार्टी और सरकार का नेतृत्व करने की जिम्मेदारी उन पर अचानक आन पड़ी है।